
विनोद पटेल
धर्मजयगढ़ :- छाल विदेशी मदिरा दुकान में 13 फरवरी को रायगढ़ आकबरी अधिकारी डी. वो. मंजुश्री केसर द्वारा देर शाम निरक्षण के दौरान छाल दुकान में भारी लापरवाही पाई गई थी जिसे देखते हुए तत्काल उपनिरक्षक घरघोड़ा से आशीष उप्पल व घरघोड़ा और खरसिया मदिरा दुकानों से स्टॉफ बुलवाया गया था। जिसके बाद लगातार 5 घण्टो तक बंद कमरे में जांच कार्यवाही चली जिसमे छाल विदेशी मंदिरा दुकान संचालको द्वारा दुकानों के अंदर कर रहे कारनामो का अधिकारियों के सामने पर्दा उठा ।
आपको बतादे कि जांच के दौरान जांच टीम को स्कैन किया हुआ बारकोड, सुजा, खाली शीशी, रजिस्टर में बोतलों को जानकारी नही साथ ही दो दिनों की बिक्री राशियों में कमी। यंहा एक बात समझ से परे है कि स्कैन किया हुआ बारकोड दुकान के अंदर कंहा से आया इससे यह आशय है कि इस बारकोड का उपयोग क्या यंहा के संचालक खाली शीशियों को उपयोग में लाने के लिए करते थे जो छाल क्षेत्र में बात चलती थी कि यंहा के शराब में मिलावट किया जाता है शायद अब यह यंहा सिद्ध होते दिख रहा है। ग्रामीणों का कहना कि रात्रि 9:30 बजे के बाद शीशी पीछे 100 रुपये अधिक लिया जाता है जब इसके बारे में अधिकारियों पूंछा तो उनका कहना कि ग्रामीण क्षेत्रो में 9 बजे तो इसपर पहले ही कार्यवाही किया जाता ।
मंजूश्री कसेर (सहायक आयुक्त रायगढ़) :- हम छाल मदिरा दुकान में तीन बन्दुओ पर कार्यवाही किये है वंहा पदस्थ चारो कर्मचारियों की सेवा समाप्त कर दिए है।
बृजेश शर्मा (शासकीय शराब दुकान छाल प्रबंधक) :- छाल मदिरा दुकान में सहायक आयुक्त मैडम द्वारा जांच की गई लेकिन किसी तरह की कोई भी गलती नही पाई गई है और मेरा सेवा समाप्त नही किया गया है।
अब यंहा रायगढ़ सहायक आयुक्त मंजुश्री कसेर और छाल शराब दुकान प्रबंधक ब्रजेश शर्मा दोनों की विरोधाभाषी बयानों से यह समझपाना मुश्किल है कि वास्तव में इस छापामार कार्यवाही में विभागीय नियमानुसार कार्यवाही हो रही है कि नही…..?