अपराध दर्ज बाद भी नही हो रही गिरफ्तारी , गांव में खुले आम घूम रहे आरोपी

साकेत जांगडे
जांजगीर चांपा।जैजैपुर जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत भातमहुल पंचायत सचिव के साथ मारपीट करने वाले लोगों के खिलाफ पुलिस ने मारपीट व एक्ट्रो सिटी के तहत अपराध दर्ज कर लिया , उसके बावजूद भी पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी नही कर पा रही है।जबकि गांव में आरोपी खुले आम घूम रहे हैं।गिरफ्तारी नही होने से आरोपियों के हौंसलें इतनी बुलन्द हो गई है कि सचिव को लगातार धमकी मिल रहा है कि हम लोगों की संख्या ज्यादा है फिर भी तुम सरपंच के साथ मिलकर काम करोगे तो तुम्हे देख लेंगे जिससे सचिव पूरी तरह से डर गया है और पंचायत का विकास कार्य भी प्रभावित हो रही है।मामला हसौद थाना अंतर्गत भातमाहुल की है।दरअसल ग्राम पंचायत भातमाहुल सचिव हेमलाल भार्गव 9 सितम्बर को प्रशासनिक स्वीकृति राशि आहरण सम्बंधित बैठक लेने पंचायत भवन सुबह 11 बजे गया हुआ था।जैसे ही पंचायत की बैठक शुरू हुई उपसरपंच राजकुमारी चन्द्रा पति सुरेश चन्द्रा अपने समर्थक के साथ हंगामा करते हुए अपने हिसाब से काम कराने के लिए पंचायत सचिव के ऊपर दबाव बनाना शुरू कर दिए। उपसरपंच पति सुरेश चन्द्रा द्वारा भी मैं उप सरपंच कि पति हूँ कहकर सचिव के साथ गाली गलौच करने लगा।मामला धीरे धीरे बढ़ने लगा और मारपीट पर उतारू हो गए इस दौरान सचिव के कालर पकड़ा और कहने लगा कि हमारे पास बहुमत है हम कहेंगे वैसे काम करना पड़ेगा।इतने में सचिव पूरी तरह से डर गया और रजिस्टर बन्द कर बैठक से भागना चाहा , इतने में उपसरपंच सहित उनके पक्ष के लोगों ने सचिव के पंचायत रजिस्टर में कांट छांट कर दिया।यहां तक कि सचिव को बाहर से पंचायत भवन की दरवाजा बंद कर बंधक तक बना दिया।स्थिति को देखकर सरपंच ने मामले की सूचना हसौद पुलिस को दी।हसौद पुलिस मौके पर पहुंचे और सचिव हेमलाल भार्गव पिता मुनिराम कि रिपोर्ट पर आरोपी उपसरपंच राजकुमारी चन्द्रा , सुरेश चन्द्रा , तेरस कुमार व श्याम लाल के खिलाफ धारा 186 , 342 , 294 , 506 , 34 के तहत जुर्म दर्ज कर जांच शुरू किया। मामले की जांच डभरा एस डी ओपी भवानी शंकर खूंटियां के नेतृत्व में किया गया। जांच के पश्चात 3 2 5 क एक्ट्रो सिटी एक्ट जोड़ा गया , लेकिन अपराध दर्ज होने के बाद भी अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी नही हुई है।जबकि आरोपी खुले आम घूम रहे हैं उसके बावजूद गिरफ्तार नही करने पर तरह तरह की सवाल उठने लगी है।पीड़ित का आरोप है कि आरोपी लोगो को राजनीतिक संरक्षण मिल रही जिसकी वजह से गिरफ्तारी नही हो रही है , अब देखने वाली बात होगी कि आरोपी को आखिर कब तक गिरफ्तार करेंगे।