01 मार्च से गर्भवती महिलाओं को मिलेगा गरम भोजन-कलेक्टर श्री भीम सिंह

कलेक्टर श्री भीम सिंह ने महिला बाल विकास विभाग की ली समीक्षा बैठक
रायगढ़, । 01 मार्च गर्भवती महिलाओं को गरम खाना घर पर पहुंचाकर दिया जायेगा। इसके लिये पूरे जिले में सर्वे कर जानकारी इकट्ठी करें। यदि गर्भवती महिलायें आंगनबाड़ी तक नहीं आ पा रही है तो उन तक गरम खाना पहुंचाकर देना है। गर्भावस्था में मां को सही पोषण मिलने से पैदा होने वाले बच्चे की सेहत भी अच्छी होती है। साथ ही 15 से 44 वर्ष की एनिमिक महिलाओं को भी आंगनबाड़ी केन्द्रों में बुलाकर गरम भोजन खिलाया जायेगा। उक्त बातें कलेक्टर श्री भीम सिंह ने महिला बाल विकास विभाग की मासिक समीक्षा बैठक के दौरान कही।
कलेक्टर श्री सिंह ने जिले में कुपोषण मुक्ति के लिये चलाये जा रहे अभियान की सेक्टरवार समीक्षा की। उन्होंने अच्छे प्रदर्शन करने वाले सेक्टर सुपरवाईजर को शाबासी दी। जिन सेक्टरों में प्रदर्शन कमजोर रहा, वहां कारणों की समीक्षा कर उसे सुधारने की समझाईश दी। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि अक्टूबर से जिले में चल रहे अभियान में अप्रैल तक हर सेक्टर में 10 प्रतिशत की कमी आनी चाहिये। उन्होंने आंगनबाड़ी केन्द्रों में ग्रोथ चार्ट मेन्टेन करने के निर्देश दिये। इसके लिये आंगनबाड़ी केन्द्रों में चार्ट उपलब्ध करवाने के निर्देश जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास को दिये।
कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि जिले में कुपोषण दूर करने के लिये डीएमएफ मद से 15 करोड़ की बड़ी राशि खर्च की जा रही है। अत: इसका पूरा लाभ कुपोषित बच्चों को मिलना चाहिये। उन्होंने कुपोषण मुक्त पंचायत अभियान के तहत जनप्रतिनिधियों को अधिक संख्या में मुहिम से जोडऩे के लिये निर्देशित किया। इस दौरान सेक्टर सुपरवाईजर ने अपने सेक्टर में किये जा रहे नवाचारों के बारे में बताया।
एनआरसी केन्द्रों में उपचार के लिये आ रहे बच्चों की जानकारी भी उन्होंने ली। नवीन एनआरसी भवन के निर्माण तथा पुराने भवनों के मरम्मत की जानकारी ली। उन्होंने मरम्मत कार्य आगामी 2 माह में पूर्ण करने के लिये कहा। नवीन एनआरसी भवन निर्माण को भी जल्द पूरा करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि 01 जून से जिले के सभी विकासखण्डों में एनआरसी संचालित होना है।
कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि माहवारी स्वच्छता प्रबंधन के अंतर्गत पावना अभियान के तहत सेनेटरी नैपकिन निर्माण व पैकेजिंग का सारा कार्य यहां की स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा किया जाना। जिले में सेनेटरी पैड निर्माण व पैकिंग की उच्च गुणवत्ता की मशीन स्थापित करने के निर्देश दिये। कलेक्टर श्री सिंह ने सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों को बाडिय़ों से लिंकेज के कार्य को जल्द पूरा करने के लिये कहा। उन्होंने पोषण वाटिका तैयार करने के लिये जिन आंगनबाड़ी केन्द्रों में जगह उपलब्ध है वहां सब्जियों के बीज व राशि उपलब्ध करवाने के निर्देश दिये।
दिसम्बर से जनवरी के बीच कुपोषण दर में कमी लाने वाले टॉप टेन सेक्टर ये रहे
लैलूंगा विकासखण्ड का लारीपानी, तमनार का हमीरपुर, खरसिया विकासखण्ड का खरसिया शहरी, धरमजयगढ़ का हाटी, कापू का बाकारूमा, तमनार का तराईमाल, धरमजयगढ़ का छाल, लैलूंगा का कोड़ासिया, धरमजयगढ़ का बोरो एवं लैलूंगा का राजपुर सेक्टर।
शिशु रोग विशेषज्ञ करेंगे जांच
कलेक्टर श्री सिंह ने जिले में आयोजित किये जा रहे बाल संदर्भ शिविर की भी समीक्षा की। उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र स्तर पर विशेषज्ञ शिशु रोग चिकित्सकों की उपस्थिति में एक-एक शिविर आयोजित करने के निर्देश दिये। जिससे गंभीर रूप से बीमार बच्चों की जांच व इलाज की जा सके। 10 वर्ष से 49 वर्ष की महिलाओं के हिमोग्लोबिन जांच करने के निर्देश दिये। सब हेल्थ सेंटर्स में हेल्थ किट प्रदान करने के लिये निर्देशित किया।
मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान पर होगा स्लोगन कांपिटिशन
मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के संबंध में जन-जागरूकता के लिये स्लोगन कांपिटिशन आयोजित की जायेगी। जिसमें प्रथम आने वाले को 5100 रुपये, द्वितीय को 2100 एवं तृतीय आने वालों को 1100 रुपये की राशि पुरस्कार स्वरूप की जायेगी। विजेताओं द्वारा लिखे स्लोगन को जिले के गांवों में अभियान के प्रचार-प्रसार हेतु वॉल राईटिंग में उपयोग किया जायेगा।
इस दौरान महिला बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री टी.के.जाटवर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एस.एन.केशरी सहित महिला बाल विकास विभाग के सीडीपीओ व सेक्टर सुपरवाईजर सहित अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।