किसानों के हक में स्वयं किसान मैदान में

सारंगढ़ । प्रदेश में किसानों के फसल धान की बिक्री के पंजीयन की तिथि का अवसान हो चुका है परंतु अब भी कई किसानों का पंजीयन नहीं हो सका है जिससे कई किसान अपने फसल को बेचने से वंचित होते नजर आ रहे हैं जबकि दूसरी ओर प्रदेश के यशस्वी एवं लोकप्रिय मुख्यमंत्री बार-बार यह कहते रहे हैं कि हम हर एक किसान के धान का एक-एक दाना खरीदेंगे परंतु परिस्थितियां कुछ और ही बयां कर रही हैं और जिन किसानों का पंजीयन नियत तिथि तक नहीं हो सका वे अपने आप को छला हुआ महसूस कर रहे हैं एवं उनकी पीड़ा तब और भी अधिक बढ़ गई है जब उनके हितों के मद्देनजर उनके हक की लड़ाई लड़ने उन्होंने अपने किसी भी जनप्रतिनिधि को अपने साथ खड़ा नहीं पाया चाहे पक्ष हो या विपक्ष जिसके बाद उन्होंने अपने हक की लड़ाई स्वयं लड़ना अपना नसीब समझते हुए मैदान संभाला है इसी तारतम्य में उन्होंने आज तहसील कार्यालय पहुंचकर अनु विभागीय अधिकारी को प्रदेश के मुख्यमंत्री महोदय के नाम मुख्यमंत्री महोदय को उनका वादा इरादा याद दिलाते हुए पंजीयन की तारीख बढ़ाने को लेकर ज्ञापन सौंपा है बहर हाल अब तक धान के पंजीयन की तिथि आगे नहीं बढ़ सकी है देखना यह है किसानों की हितैषी सरकार क्या किसानों के हित में पंजीयन की तिथि आगे बढ़ाती है या नहीं। ज्ञापन सौपने में प्रमुख रूप से अनुरोध कुमार पटेल हरीनाथ खूटे देवाशीष अग्रवाल इत्यादि कृषक मौजूद रहे हैं।