सारंगढ़

श्रीराम आदर्श महिला महाविद्यालय सारंगढ़ में विदाई समारोह समपन्न…संध्या चंद्रा बनी मिस फेयरवेल…

जगन्नाथ बैरागी

सारंगढ़ / रायगढ़

विपरीत परिस्थिति को बाधा नही बनने देना- ठाकुर सर
महाविद्यालय के संचालक ठाकुर सर ने विद्यार्थियों को संबोधित करते कहा कि विदाई शब्द संवेदनाओें से परिपूर्ण है, जो हमें सोचने के लिए बाध्य कर देता है कि हमारे सम्मुख न जाने कौन सी परिस्थिति होगी।
परिस्थिति को मार्ग में बाधा नही बनने देना चाहिए। विषम परिस्थितियों में भी क्षमतानुसार कार्य करने की प्रवृत्ति ही व्यक्ति में निखार लाता है। हम सभी के जीवन में कभी ना कभी ऐसे मौके ,ऐसा अवसर आता है, जब हमें अपनों से जुदा होना पड़ता है और जुदाई का वह समय असहनीय होता है ।लेकिन फिर भी हमें उस समय का सामना करना पड़ता है। इससे आगे बढ़कर सफलता हाशिल करनी पड़ती है।

शिक्षा की ओर नित अग्रसर सारंगढ़ में 2011-12 से प्रारंभ एक मात्र महिला महाविद्यालय श्री राम आदर्श महिला विद्यालय संचालित है। जो बालिकाओं के उच्च शिक्षा हेतु पूरे अंचल में विख्यात है,जहाँ छात्राएँ रेगुलर एवं प्राइवेट दोनो तरह से शिक्षा प्राप्त करते हैं। जहां कल अंतिम वर्ष के छात्राओं हेतु विदाई कार्यक्रम रखा गया था।
उक्त कार्यक्रम में महाविद्यालय के संचालक श्री ठाकुर सर, ठाकुर मैम, सुश्री प्रियंका सिहं, कमलकांत यादव, भागीरथी यादव, गोपाल पटेल, संजय चन्द्रा, अमित खुंटे, सुश्री कमलेश मैम, जयशंकर भूमिजन, विवेक
जायसवाल, कौशिल्या दीदी एवं समस्त सीनियर जूनियर छात्रा उपस्थित थे।

उक्त समारोह में मिस फेयरवेल- संध्या चन्द्रा (बी.ए. अंतिम वर्ष), मिस इवनिंग-जसप्रीत कौर (बी.कॉम अंतिम वर्ष), को चुना गया।
सरस्वती वदंना एवं विदाई गीत इंदु चौहान (बी.एस.सी. द्वितीय वर्ष) के द्वारा पप्रस्तुत की गई।

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