75 वर्ष की बुजुर्ग महिला रोज खाती है बालू ,वजह जानकर आप भी हो जायेंगे हैरान….!

उत्तर प्रदेश के वाराणसी की कुसुमावती की उम्र अंतिम पड़ाव पर जरूर है, लेकिन वो आज बेहद चर्चा में है। जी हा शोसल मिडिया की दुनिया में कुसुमावती देवी काफी चर्चा में है 75 वर्ष की हैं और प्रतिदिन एक पाव से आधा किलोग्राम तक बालू खाती है।इनकी माने तो ये 18 साल की उम्र में एक वैद्य के कहने पर इन्होंने कंडे की राख खाना शुरू किया था जो धीरे-धीरे बालू में बदल गया है।
शुरुआती दिनों में कुसुमावती देवी का बालू खाना दैनिक दिनचर्या बन चुका है। सुबह चाहे नास्ता भले न करती हों, लेकिन समय से बालू जरूर खाती हैं और वह भी गंगा बालू, जिसके लिए इनके नाती पोते बकायदा इंतजाम करते हैं और यह उसे धूल करके खाने योग्य बना लेते हैं। कुसुमावती देवी गांव के लिए तो आश्चर्य है ही साथ ही अपनी कर्मठता और निरोगता के लिए भी काफी जानी जाती हैं. कुसुमावती देवी एक मुर्गी फार्म चलाती हैं और खेत के एक छोटे से हिस्से में घर बनाकर रहती हैं।

कुसुमावती के दो बेटे हैं, जिनके 3 बच्चे भी हैं।एक भरा पूरा परिवार है लेकिन यह अपनी ज़िद और कर्मठता की वजह से एक अलग घर में रहती हैं और मनमाने तरीके से बालू का सेवन करती हैं।वहीं सोशल मीडिया में चर्चा का विषय बना हुआ है।