सारंगढ भाजयुमो ग्रामीण अध्यक्ष पर वसूली का आरोप सोशल मीडिया में हो रही गर्म पढ़िए पूरी खबर…..।

सारंगढ 26 अप्रैल 2021 । भाजयुमो के ग्रामीण अध्यक्ष ने अपने आप को पत्रकार ,सम्पादक बताकर पैसों की अवैध वसूली किया गया गया इस तरह का बिना नाम लिखे पोस्ट साझा किया गया है। आज जिसमें समझने वाली बातें मिर्ची की तरह छिपी बातें सामने आई है। जैसे ही आज सोशल मीडिया की पेज खोलने पर झमाझम उस पोस्ट पर कॉमेंट की टीका टिक आने लगा। जिसमे अध्यक्ष की किरकिरी उड़ती नजर आई ग्रामीण क्षेत्र का युवा मोर्चा अध्यक्ष की हरकतें और उसकी कार्यशीलता की बातें जिसकी पोस्ट आज दिन भर खूब सोशल मीडिया मे वायरल होकर अध्यक्ष महोदय की खूब कीर किरी हुई। लोगो ने खूब पढा और हँसा भी यही नही कुछ सौकीन व्यक्तियो ने सोशल मीडिया पर शेयर भी किये है। जिसकी पोस्ट सोशल मीडिया में डलते ही कॉमेंट करने वालो की लाइन सी लग गयी। मानो जैसे कोई अद्भुत खोज किया गया हो। आपको बता दे कि नाम स्पस्ट नही हुआ कि किस ग्रामीण मंडल क्षेत्र की युवा मोर्चा का अध्यक्ष है किसी का नाम सामने नही आया है । लेकिन उसकी इतनी कीर किरी हुई है। की पोस्ट डालने वाले के पास कॉल लगाकर लोगो ने नाम जानना भी चाहा लेकिन पोस्ट करने वाले ने बताता भी कैसे जिसके बारे में डाला गया था। ओ अपने आप को बहुत बड़ा शेर हु बोलता है। कोई भी डर जाता है उसके बातों से क्योंकि छत्तीसगढ़ी में एक कहावत है “नँगा नहाए निचोये काला” ये कहावत बिल्कुल फ़ीट बैठती है उस युवा मोर्चा के अध्यक्ष के ऊपर तो उसके साथ तू तू मैं मैं कौन होना चाहेगा। इसमें जब हमने उनसे जानना चाहा कि और क्या खास बात है। तो बताया कि आप पोस्ट पढ़ लीजिए पता चल जाएगा। उसमे साफ साफ लिखा गया है किसी के नाम लेने से घर तक आ जाते है। गाली गलौच मार पीट की धमकी भी देते है। साहब तो इसलिए आप पोस्ट पढ लीजिए स्पष्ट हो जाएगा । तो हमने पोस्ट में कॉमेंट पढ़ना शुरू किया जिसमें लिखा है कि टेंगनापाली सारंगढ के पास एक किराना दुकान स्थित है जहाँ कुछ दिनों तक खाने पीने की किराना समान लेना शुरू किया। जिसकी पैसा नगद दिया गया। दो चार दिन ऐसे ही गुजरते चला गया फिर उधारी समान लेना शुरू किया। बताये भला जान पहचान बनने के बाद कौन उधारी नही देगा किराना वाले ने उधारी देना शुरू किया फ़ीर जब हजारो रुपया हो गया तब दुकान जाना बंद कर दिया । किराना दुकानदार अपनी जिंदगी जैसे कि तैसे कर जीवन यापन कर रहा है।

दुकान दार इतने परीशान हो गया उनको पैसों का जरूरत पढा तो घर तक ढूंढने आ गया। अब घर पे आया तो पता चला कि गांव में ही नही रहता है। ऐसे बहुत ही दुकानों से उधार लेकर बेचारे लोगो को गुमराह करके रखा हुआ है। एक और बातें आप से साझा करता हु उन्होंने मोटर सायकिल खरीदा जिसकी कुछ हजार रुपये देकर फाइनेंस करवा दिया नेता हु पत्रकार हु मेरा इतना पैसे आमदानी है। करके बाइक भी ले लिया अब साल भर से गाड़ी की क़िस्त नही चूका पा रहा है।

जिसके गाड़ी को खींचने के लिए श्री राम फाइनेंस सारंगढ वालो लोगो को कॉल करके पूछते है कि तुम्हारे गांव के ओ फलाना कहा है उसकी गाड़ी कहा है। फाइनेंस वाले कॉल पे कॉल मिला रहे है लेकिन आज कल कहते गया। कुछ दिन गुजरने के बाद अब कॉल करने से उठाने में भी शर्म सी लग गए इस युवा मोर्चा के अध्यक्ष जी को जब आपको इतना बता ही रहे है। तो पोस्ट में हमने क्या पढ़ा उसको भी जिक्र कर देते है। युवा मोर्चा के इस नए पदभार कर मंडल का ग्रामीण का अध्यक्ष सौप दिया गया। जिसमें मालूम तो नही है लेकिन 12-15 पंचायत का तो देख रेख की जिम्मेदारी दिया गया होगा। लेकिन अपने पंचायत में वार्ड पंच के चुनाव नही जीत सकता उस व्यक्ति के द्वारा उतनी सम्बन्ध बनाकर लोगो के बीच मे नही रख पाया उसको इतने बड़े जिम्मेदारी देना हमे उचित नही लगता। अध्यक्ष बनने के बाद जिम्मेदारी बढ़ जाती है अध्यक्ष के अंडर पे बहुत सारे पद ग्रहण करवाना पड़ता है। जिसकी गरिमा भी बनाये रखना चाहिए तभी अध्यक्ष की दाईत्व का निर्वहन कर पायेगा। जब इतने कर्जदार बने हुए है ये अध्यक्ष महाशय तो उटपटांग काम करके पैसा कमाने की तरीका तो जरूर खोजेगा।

अध्यक्ष बनने के पूर्व इनके नाम से सारंगढ थाने में एक सरपँच ग्राम पंचायत खर्री बड़े के द्वारा रिपोर्ट भी दर्ज कराया गया जिसमें पैसा की लेन देन कि और धमकाकर मांगने की बातें सामने भी आया है। अगर अब अध्यक्ष कौन है इसकी तो जानकारी हमे और आपको किराना स्टोर्स और श्रीराम फ़ायनेश वाला से ही पता चल सकता है।