सारंगढ़ मेहनत का पैसा मांगने पर सरपँच एवं सरपंचपति द्वारा झूठी शिकायत की दी जाती है धमकी…! ग्रामवासीओं ने एसडीएम से की शिकायत…..

सारंगढ़ का एक ऐसा पँचायत जहां पंचों के फर्जी हस्ताक्षर कर कार्यों का होता है सम्पादन
सारंगढ़ 29 म ई 2021 ।रायगढ़ जिले में सारंगढ़ की चर्चा न हो ये मुमकिन ही नही..लेकिन जब ग्रामवासी और पंच मिलकर सरपँच के ख़िलाफ़ हो जायें तो ये विषय गम्भीर होना लाजमी है। हम बात कर रहे हैं सारंगढ़ से लगे गाँव गोडीहारी के बारे में जहां पंच और ग्रामीणों ने मिलकर सरपँच के ख़िलाफ़ एसडीएम ऑफिस में लिखित शिकायत दर्ज कराई है..
क्या है लिखित शिकायत में-

समस्त ग्रामवासियों एवं जनप्रतिनिधियों की ओर से शिकायत में लिखा गया है कि ग्राम पंचायत गोडिहारी के नव निर्वाचित सरपंच श्रीमती हेमलता पति श्री आनंद अरिल्ले द्वारा सरपंच निर्वाचित होने के पश्चात से ही गांव के समस्त विकास कार्यो में पंचायत के अन्य निर्वाचित सदस्यों की आम सहमती के बिना ही अपने मनमाने रूप से कार्य का निष्पादन करते चली आ रही है यहां यह बताना भी लाजमी है कि ग्राम सरपंच द्वारा ग्राम में न तो पंचायत की बैठक बुलाई जाती है और न ही कभी ग्राम सभा का आयोजन किया गया है बल्कि निर्वाचित सरपंच द्वारा अपने मातहत एक, दो वार्ड पंचों को अपने पक्ष में लिया जाकर अन्य पंचों की मौखिक अथवा फर्जी हस्ताक्षर लिया जाकर ग्राम गोडिहारी में प्रस्तावित योजनाओं को अपने अनुसार कियान्वित करती है। अर्थात ग्राम सरपंच को जहां अपने लाभ का कार्य होता है उसे पूरा किया जाता है।

यह कि पूर्व में पिछले वर्ष अम्हा तालाब और मरही तालाब का ग्राम पंचायत सरपंच द्वारा
मनरेगा के तहत गहरीकरण एवं पचरी निर्माण का कार्य कराये जाने का शासन से अनुमती प्राप्त
किया जाकर कराया भी गया जिसमें गांव गोडिहारी के मजदूरों को भी कार्य हेतु लगाया गया था,
जिसमें से अभी तक 20-30 मजदूरों को शासन द्वारा निर्धारित भुगतान राशि प्रदाय नही किया
गया है। मजदूरों द्वारा उक्त भुगतान राशि हेतु कहा जाता है तब ग्राम सरपंच द्वारा शासन से
पैसा अप्राप्त होना बताया जाकर यदि तुम लोग बार-बार मांग करोगे तो तुम्हारे विरूद्ध में
शिकायत दर्ज करा दूंगी का कथन भी करती है।

यह कि अभी वर्तमान में ग्राम पंचायत गोडिहारी के चंदन तालाब में गहरीकरण हेतु ग्राम
पंचायत सरपंच द्वारा कार्य प्रारंभ किया गया जिसमें गोडिहारी के मजदूरों एवं ट्रेक्ट्रर के द्वारा
गहरीकरण का कार्य दिनांक 07/05/2021 एवं 08/05/2021 कराया जा रहा था, तब वहां उपस्थित मजदूरों एवं गांव के अन्य प्रतिष्ठित एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा ग्राम सरपंच को माननीय कलेक्टर महोदय रायगढ के कोविङ-19 कोरोना महामारी के अनुरूप आदेशो एवं निर्देशों के साथ उक्त कार्य को निष्पादित करने का निवेदन किया गया और वहां कार्य में लगे मजदूरों व अन्य को मास्क अथवा सेनेटाईजर व्यवस्था किये जाने का भी निवेदन किया ताकि विश्व महामारी कोरोना से बचाव हो सकें। क्योंकि हमारे छ0ग0 राज्य में रायगढ़ जिला ही सर्वाधिक कोरोना बिमारी पीडित है जिसमें सारंगढ ब्लाक में सबसे अधिक है।

नवनिर्वाचित सरपंच श्रीमती हेमलता एवं उसके पति आनंद अरिल्ले द्वारा अत्यधिक क्रोधित होकर वहां उपस्थित गणमान्य एवं जनप्रतिनिधियों को अपशब्द का प्रयोग करते हुये तुम लोगों को
शासन के कार्य में बाधा डाल रहे हो तुम्हे फंसा देगें कहते हुये शासकीय एम्बुलेस 112 बुलाने की धमकी दी गई जिससे पीडित होकर समस्त ग्रामवासियों एवं प्रतिष्ठित व्यक्तियों द्वारा यह शिकायत आवेदन प्रस्तुत करने की आवश्यकता पडी है।

शिकायतकर्तागण शिकायत में उल्लेखित गहरीकरण एवं मजदूरों को भुगतान प्राप्त
न होने संबंधित दस्तावेज तथा वर्तमान में चंदन तालाब में कराये जा रहे गहरीकरण निर्माण कार्य
पर ग्राम पंचायत सरपंच एवं पति आनंद अरिल्ले द्वारा किये गयें दुव्यवहार की विडियों रिकार्डिंग
आवेदन के साथ संलग्न करते है। जिसे जांच कार्यवाही किया जाकर निर्वाचित सरपंच को पद से पृथक करते हुये कोविङ-19 के दिशा निर्देशों का माननीय कलेक्टर महोदय के आदेशों का
उल्लंघन करने के विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही भी किये जाने का आदेश करने की कृपा हों ताकि ग्रामवासियों के हितों की रक्षा हो सके।