मनरेगा के तहत निजी लागत से बनाया कुँआ, सामग्री राशि के लिए भटक रहा हितग्राही

विनोद पटेल
धर्मजयगढ़ जनपद पंचायत क्षेत्र अंतर्गत महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी के तहत कुँआ निर्माण कार्य 2019 -2020 में तो पूर्ण हो गया पर आज एक वर्ष बीत जाने के बावजूद भी हितग्राही को मजदूरी और सामग्री राशि का भुगतान नही हो सका ।
मामला ग्राम पंचायत चाल्हा का है जंहा हितग्राही परमेश्वर यादव पिता मुडरा यादव का कुँआ निर्माण रोजगार गारेंटी के तहत कार्य 19-20 मे आया था जिसका स्वीकृति राशि 2 लाख 54 हजार रुपये पास हुआ था। जिसका सामग्री भुगतान एम एस रोहित कुमार साहू बिल क्रमांक 1482 दिनांक 27/03/2020 को 90600 रुपये भुगतान हो गया है चर्चा के दौरान हितग्राही परमेश्वर यादव ने बताया कि रोजगार सहायक द्वारा मुझे बहला फुसलाकर मुनाफा का प्रलोभन दिया गया था जिसके बाद मैं परमेश्वर यादव पहले से मौजूद कच्चा कुँआ का चौड़ीकरण कर अपने स्वयं के लागत से रूबल स्टोन पत्थर (साईज पत्थर)खरीद कर कुँआ का निर्माण कार्य पूर्ण किया हूँ। लेकिन कार्य के पूर्ण होने बाद जब परमेश्वर यादव द्वारा चाल्हा रोजगार सहायक अमित तिवारी को मजदूरी भुगतान व लागत सामग्री का भुगतान राशि मांगा गया तो रोजगार सहायक अमित तिवारी द्वारा हितग्राही को पैसों के लिए घुमाया जा रहा है।अमित तिवारी द्वारा परमेश्वर यादव को बोला गया कि अभी कार्य का पैसा नही आया है 6 महीने बाद जब कार्य का राशि आएगा तो आपको भुगतान कर दिया जाएगा जबकी मनरेगा ऑनलाइन रिपोर्ट में सामग्री राशि का भुगतान हो गया है जो दिख रहा है।
आपको बतादे की हितग्राही परमेश्वर यादव अपनी लागत लगाकर स्टोन पत्थर, सीमेन्ट और बालू की व्यस्था कर जल्द से जल्द कुँआ निर्माण करवाया गया था पर आज तक हितग्राही को मजदूरी तक का राशि प्राप्त नही हुआ तो सामग्री का राशि कहा मिलेगा शायद अब यह राशि का बंदरबाट हो गया।

परमेश्वर यादव (हितग्राही) :- कुँआ निर्माण हुए एक साल हो गया है जिसका मजदूरी भुगतान मुझे नही हुआ साथ ही मेरे द्वारा पत्थर अपने निजी पैसों से खरीदकर लगाया गया था जिसका भी राशि मुझे नही मिला रोजगार सहायक अमित तिवारी के पास जाने से मुझे हमेशा 6 माह बाद आएगा करके 1 सालों से घुमा रहा है मै तो अब आस ही छोड़ दिया पैसों का।
अमित तिवारी (रोजगार सहायक चल्हा) :- मैन लागत सामग्री राशि का भुगतान कर दिया है। बाकी रहा मजदूरी राशि का बिल पास होने के बाद उनके खाते में कर दिया गयेगा।
बुधेश्वर उरांव (तकनीकी सहायक चल्हा) :- अगर पुराना कुँआ (कच्चा) को मरम्मत करके बिल पास करवाया होगा तो हम इसपर जाँच करके रोजगार सहायक के ऊपर कार्यवाही करेंगे। रही बात हितग्राही अपने स्वयं के लागत से रूबल स्टोन पत्थर, ईट, सीमेंट और रेत को लगवाया है तो इसका बिल भुगतान हो गया होगा अगर नही हुआ तो मैं खुद स्वयं जाकर जांच करूंगा और उचित कार्यवाही करूंगा।